Digital marketing Kya hota Hai? वेबसाइट, सोशल मीडिया, मोबाइल एप्लीकेशन, सर्च इंजन व अन्य इंटरनेट से जुडी हुई चीज़े को उपयोग में लेकर जब मार्केटिंग की जाती है तो उसे डिजिटल मार्केटिंग कहते हे। 1990 में जब इंटरनेट आया तभी से डिजिटल मार्केटिंग का नाम लोकप्रिय सा हो गया था।
भारत में डिजिटल मार्केटिंग कई सालो से लोकप्रिय होती जा रही है लेकिन Digital Marketing Kya hota Hai 20२4 में भी नहीं जानते, इस लिए आज डिजिटल मार्केटिंग का उपयोग करके अपने व्यापार व करियर की उचाईयो को छूना है।
Digital marketing Kya hota Hai?
आज के डिजिटल मार्केटिंग युग में सब कुछ ऑनलाइन हो गया है। इंटरनेट ने हमारे जीवन को बेहतर बनाने के लिए, हम इसके माध्यम से कई सुविधाओं का आनंद केवल फ़ोन या लैपटॉप के ज़रिये ही ले सकते है।
जैसे Online shopping, Bill payments, Ticket booking, Recharges, Online Transactions आदि जैसे कई काम हम इंटरनेट के ज़रिये भी कर सकते है।
यदि हम बाजार stats की ओर नज़र डालते होये ध्यान देते हैं, तो लगभग 80% shoppers किसी भी product को खरीदने से पहले या service लेने से पहले online research करना जरूरी है क्युकि ऐसे में किसी भी कंपनी या बिज़नेस के लिए डिजिटल मार्केटिंग होना महत्वपूर्ण हो जाता है।
डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार
1) सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO)
सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन का मतलब बताया है किसी भी वेबसाइट को गूगल पर सबसे ऊपर लेकर आना जिससे की ज़्यदा से ज़्यदा लोग उस पर आ सकते है । जितने ज्यादा लोग आएंगे उतनी ही कमाई भी होगी।
सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन में Google के द्वारा दिए गए गाइडलाइन्स का पालन करते होये, यह करने के लिए किसी भी प्रकार के धन की आवश्यकता नहीं होती हे। तो व्यक्ति अपनी मेहनत से वेबसाइट की रैंक ऊपर से लेकर आता है। सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन डिजिटल मार्केटिंग का एक अहम् हिस्सा बताया गया है।
2) सोशल मीडिया मार्केटिंग (SMM)
सोशल मीडिया मार्केटिंग डिजिटल मार्केटिंग का एक अहम् प्रकार रहा हे। क्युकी सोशल मीडिया मार्केटिंग का उपयोग, कंपनी के ब्रांड का निर्माण करना, सेल और वेबसाइट ट्रैफ़िक को बढ़ाने के लिए किया जाता हे।
सोशल मीडिया मार्केटिंग, कंपनियों को मौजूदा कस्टमर के साथ जुड़ने और नए कस्टमर तक पहुंचने का एक अच्छा तरीका बताया जा रहा हे। इसके अलावा, सोशल मीडिया मार्केटिंग में ट्रैकिंग सुविधा की उपलब्ध होती हे जिससे आप अपने कस्टमर को बार-बार विज्ञापन भी दिखा सकते हो।
3) सर्च इंजन मार्केटिंग (SEM)
सर्च इंजन मार्केटिंग (SEM), इंटरनेट मार्केटिंग का एक रूप होता है जिसमें मुख्य रूप से भुगतान किए गए विज्ञापन के माध्यम से प्रचार किया गया, SEM में सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) भी शामिल हो सकता है।
SEO की तुलना में यह एक महंगा तरीका होता है लेकिन तुरंत रिजल्ट भी देता है। जब कोई व्यक्ति Google पर कुछ सर्च करता है, तो SEM आपको उस व्यक्ति को विज्ञापन दिखाने का अवसर प्राप्त देता हे। इससे आप के पास नए कस्टमर आते हे और व्यवसाय भी बढ़ता हे।
4) ईमेल मार्केटिंग (Email Marketing)
ईमेल मार्केटिंग के माध्यम से कस्टमर तक पहुंचने का एक बेस्ट तरीका होता हे। जिसे आज इतने सारे प्लेटफार्म बाजार में आने के बावजूद भी ईमेल मार्केटिंग सबसे ज्यादा अच्छे से परिणाम देती हे।
यह डिजिटल मार्केटिंग का एक ऐसा तरीका हे जिसे कम पैसो में काफी सारे कस्टमर लाकर प्राप्त कर देता हे। ईमेल मार्केटिंग में आपको सभी ईमेल की पहले से योजना बनानी पड़ती हे। ईमेल भेजने के लिए बाजार में कई ईमेल मार्केटिंग टूल का उपलब्ध होता हे।
डिजिटल मार्केटिंग क्यों जरूरी है?
व्यवसायों और छात्रों के लिए डिजिटल मार्केटिंग का महत्व दिन-प्रति-दिन बढ़ता जा रहा है। क्युकि हम आपको डिजिटल मार्केटिंग के महत्वपूर्ण होने के शीर्ष कारण समेत बताएँगे। इंटरनेट के आगमन के बाद से हम सभी जगह बदलाव देखते रहगे।
इंटरनेट ने खरीदारी और लोगों के साथ बातचीत करने के तरीके को बदल दिया है। सब कुछ तेज गति से हो गया है क्योंकि आप जो कुछ भी चाहते हैं वह आपके दरवाजे पर एक क्लिक के साथ दिखाई देता है।
सब कुछ ऑनलाइन हे
अगर हम हमारे चारो तरफ देखे तो सभी लोग ऑनलाइन होते जा रहे है इसलिए डिजिटल मार्केटिंग ही एक मात्रा तरीका बचा है जब उन लोगो तक पहुंचने का एक जरिया है। अगर हम कुछ रिपोर्ट्स की माने तो, भारत में 2026 तक 1 बिलियन स्मार्टफोन यूजर हो जायेंगे। जितने ज़्यादा मोबाइल यूजर बढ़ेंगे, डिजिटल मार्केटिंग की मांग भी वैसे ही बढ़ती जाएगी।
यह सस्ता है
डिजिटल मार्केटिंग लोगो तक अपना प्रोडक्ट पहुंचाने में एक सस्ता जरिया हे। आज कोई भी बिज़नेस बहुत ही कम पैसो में अपनी मार्केटिंग कर सकता है। Facebook और Instagram जैसे प्लेटफार्म पर तो ₹८० से एड कैंपेन भी शुरू किया जा सकता है। कई बिज़नेस तो डिजिटल मार्केटिंग का इस्तेमाल करके अपने बिज़नेस के लिए एक सेल्स ला रहे है।
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डिजिटल मार्केटिंग में करियर केसे बन रहें? (Digital Marketing Career)
डिजिटल मार्केटिंग में करियर की शुरुआत करने के लिए आप एक डिजिटल मार्केटिंग कोर्स कर सकते हैं। कोर्स खत्म करते ही आप किसी भी कंपनी में कुछ ही समय में पता लगा लेंगे। वैज्ञानिकता से आपको बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।
सटीक पूरी होती ही आप या तो नोकरी कर सकते हैं या अपना व्यापार शुरू कर सकते हैं। अगर आप हमारे बताए गए सुझावों पर ध्यान दे रहे हैं तो आप डिजिटल मार्केटिंग में अच्छा करियर बना सकते हैं। ज्यादा जानकारी के लिए आप ऊपर दी गयी वीडियो देख सकते हैं।
1) डिजिटल मार्केटिंग कोर्स करे
आपके व्यवहारिक विचारों को भी सुधारें। अगर आप हमारे इंस्टीट्यूशन पर कोर्स ज्वाइन करते हैं तो हम आपको 4 महीने के लिए ट्रेनिंग देना शुरू करेंगे। क्लासेज रेगुलर होगा और आपकी रोज़मर्रा हो जाएगी। कोई भी परेशानी होने पर आप अपने शिक्षक से पूछ सकते हैं।
2) अच्छी कंपनी में ट्रैकिंग करें
कोर्स खत्म होने के बाद आपको एक अच्छी कंपनी में काम करने का मौका मिलेगा। प्रलेखन विवरण के लिए आप इंटर्नशाला जैसी वेबसाइट का उपयोग कर सकते हैं। बहुत सी कंपनी इंटर्न्स को स्टिपेंडेंड भी उपलब्ध कराती है। अप्रमाणिक रूप से आपको अनुभवी लोगो से सिखने को मिलेगा। आप कुछ ही महिनो में वो सब सिख कर सकते हैं जो उन्हें सिखने में कई साल लग गए।
3) डिजिटल मार्केटिंग में जॉब करें
वैज्ञानिकता होने के बाद आपको क्या करना है आपका पूरा निर्णय है। आप आगे नौकरी कर सकते हैं या फिर इससे होने वाली घटनाएं शुरू कर सकते हैं। अपने करियर की शुरुआत में नौकरी करना एक काफी अच्छा निर्णय है। मेरी राय में तो आपको भी शुरुआत के 1-2 साल की नौकरी ही करनी चाहिए।
डिजिटल मार्केटिंग का लाभ (Benefits of Digital Marketing)
1) कम लागत में अच्छे परिणाम
आज से दस साल पहले टीवी, रेडियो, अख़बारों में विज्ञापन दिए गए थे जो काफी हद तक होते थे। लेकिन आज डिजिटल मार्केटिंग एक काफी अच्छा तरीका है जो कम लागत में अच्छे परिणाम देता है। डिजिटल माध्यमों ने सभी प्रकार के संदेशों को एक समान मंच पर अपने ब्रांड के विज्ञापन देने के लिए एक अच्छा अवसर दिया। यह छोटे-छोटे कामकाज के लिए बहुत फायदेमंद है।
2) करियर विकल्प
यदि आप डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं तो इसके लाभों में से एक यह भी है कि आप केवल एक जॉब प्रोफाइल तक सीमित नहीं रहते।
इस क्षेत्र में नौकरी के कई विकल्प हे, आप अपने कार्यक्षेत्र के अनुसार चुनाव कर सकते हैं। अगर आप किसी बड़ी कंपनी में काम करना चाहते हैं तो आपको जानकर खुशी होगी कि गूगल, ट्विटर और फेसबुक जैसी बड़ी कंपनियां भी डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में रोजगार के मौके दे रही हैं।
3) अच्छी कमाई
डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में काम करके आप अच्छी आमदनी कर सकते हैं। यदि आप व्यापर करना चाहते हैं तो आप छोटी सी लागत में शुरू कर सकते हैं हे और अपने व्यापर को बड़ा बना सकते हैं हे।
यदि आप नौकरी चाहते हैं तो आपको अच्छा वेतन मिल सकता है। इस क्षेत्र में लोगो की मांग तेजी से बढ़ती जा रही है, लेकिन काम करने वाले लोग काफी काम कर रहे हैं। यही कारण है कि डिजिटल मार्केटिंग में अच्छा पेंशन दिया जा रहा है।
सिलेबस
डिजिटल मार्केटिंग क्या है जानने के साथ-साथ कुछ मुख्य विषय हैं जो सभी स्तरों पर ऐसे कोर्स में शामिल हैं। यहां डिजिटल मार्केटिंग सिलेबस के तहत प्रमुख विषयों की सूची दी गई है:
इंट्रोडक्शन टू डिजिटल मार्केटिंग
एसईओ अनुकूलन
सीआरएम का अंतःक्रिया
ईमेल मार्केटिंग
कॉम्पिटर और वेबसाइट विश्लेषण
मार्केट रिसर्च
सोशल मीडिया मार्केटिंग
डिजिटल मार्केटिंग प्रोजेक्ट
सामग्री रचना, व्यवहार और प्रचार
डिजिटल मार्केटिंग बजटिंग, प्लानिंग और फोरकास्ट
इंट्रोडक्शन टू वेब एनालिटिक्स
मोबाइल मार्केटिंग
पेडिक्स ऑप्टिमाइजेशन स्ट्रेटजीज़
प्रोडक्ट मार्केटिंग (फेसबुक, इंस्टाग्राम, गूगल ऐड्स)
संबद्ध विपणन
वेबसाइट डाटा एनालिटिक्स
न्यूरो मार्केटिंग फंडामेंटल्स
निष्कर्ष
आशा है कि आप सबसे अधिक पूछे जाने वाले प्रश्न का उत्तर मिल जाएगा – Digital Marketing kya hota hai? डिजिटल मार्केटिंग के बारे में सभी कुछ हिंदी में समन है। आप अपने विचार निचे कमेंट बॉक्स में शेयर जरूर करें। धन्यवाद।
FAQs
डिजिटल मार्केटिंग से आप क्या समझते हैं?
डिजिटल मार्केटिंग में वीडियो से मार्केटिंग करने की प्रतिक्रिया को डिजिटल मार्केटिंग कहते हैं।
डिजिटल मार्केटिंग कोर्स कैसे है?
डिजिटल मार्केटिंग कोर्स करने के लिए आप INR 10,000 – 50,000 ब्लूप्रिंट तक नौकरी यानि जॉब प्राप्त कर सकते है
डिजिटल मार्केटिंग किस प्रकार के होते हैं?
सोशल मीडिया, ईमेल मार्केटिंग, सर्च इंजन मार्केटिंग (SEO), यूट्यूब चैनल, एफ़िलिएट मार्केटिंग आदि।
डिजिटल मार्केटिंग क्यों जरूरी है?
इसके माध्यम से आप अपने उत्पादों या सेवाओं को ग्राहकों के पास आसानी से कम समय में पहुंच सकते हैं। इस प्रकार आपके व्यापार में अतिरिक्त होगा।
डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार कितने होते हैं?
डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार निम्न हैं:
खोज इंजन अनुकूलन
सोशल मीडिया
ईमेल मार्केटिंग
यूट्यूब चैनल
संबद्ध विपणन
पीपीसी मार्केटिंग
फेसबुक मार्केटिंग
डिजिटल मार्केटिंग कोर्स कितने महीने का होता है?
डिजिटल मार्केटिंग में कम्प्यूटर कोर्स 3 से 6 महीने का होता है। बैचलर कोर्स जैसे बीबीए आदि में 3-4 साल का समय होता है। डिजिटल मार्केटिंग में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स 2 वर्ष का होता है।
उम्मीद है, Digital Marketing kya hai इसके बारे में आपको सभी जानकारी मिल गयी। यदि आप भी डिजिटल मार्केटिंग विदेश से कोर्स करना चाहते हैं तो आज ही लीवरेज एडु विशेषज्ञों को 1800 572 000 पर कॉल करके 30 मिनट का फ्री सेशन अटेंट करे।।